देहरादून: कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि अभी भी हमारे समाज में बालिकाओं के प्रति रूढिवादी सोच बिल्कुल भी नही बदली है जिसे की बदले जाने की सख्त जरूरत है । ऐसे में मेरे द्वारा इस और एक कदम बढाया जा रहा है । मैं चाहती हूॅ की जब 2025 में हम रजत जंयती मना रहे हों तब हम इस लैंगिक असमानता को खत्म कर सकें। यह लैंगिक असमानता हमारी रूढिवादी सोच,बच्चियों को गर्भ में ही मार देना,लडको व लडकियों में भेदभाव के कारण ही उत्पन्न हुआ है । मुझे पूर्ण विश्वास है कि 2025 में जब हम प्रदेश की रजत जंयती मना रहे होगें तब यह आकडा 1000 बालकों पर 1000 बालिकाओं का होगा। माननीया मंत्री महोदया जी ने कहा कि हमारे समाज में बेटियों को गर्भ में मार देने जैसी सोच है हमे इस संकल्प के जरिये इसी सोच को खत्म करना है कि चाहे बेटी हो लेकिन वह भी बेटो के बराबर का हकदार हैं।
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