संस्थान के भीतर अनुसूचित जनजातियों के लिए सुरक्षा उपायों की समीक्षा की
भारत की सबसे महंगी लकड़ी की प्रजातियों के साथ-साथ महत्वपूर्ण वाणिज्यिक लकड़ी के बारे में जानकारी भी आयोग के साथ साझा की गई
देहरादून: राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) के एक प्रतिष्ठित सदस्य निरुपम चकमा ने 28 मई, 2025 को वन अनुसंधान संस्थान (FRI), देहरादून का दौरा किया । इस दौरे का उद्देश्य संस्थान के भीतर अनुसूचित जनजातियों (ST) के लिए सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन की समीक्षा करना था। बैठक की सह-अध्यक्षता वन अनुसंधान संस्थान के निदेशक द्वारा की गई तथा इस बैठक मे वन अनुसंधान संस्थान और NCST के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। वन अनुसंधान संस्थान निदेशक द्वारा संगठनात्मक ढांचे पर प्रकाश डालते हुए संस्थान के भीतर ST कर्मचारियों की स्थिति और प्रतिनिधित्व के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए एक व्यापक प्रस्तुति दी गई।