फरीदाबाद: जिले में निजी बिल्डर का हजारों लोगों से ठगी का मामला सामने आया है. गुस्साए लोगों ने शनिवार को कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. साथ ही रुपए वापस देने की मांग की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों में भारी आक्रोश देखने को मिला.
सरकार से की मदद की गुहार: प्रदर्शनकारी का आरोप है कि प्लॉट और फ्लैट देने के नाम पर उनसे पैसे लिए गए, लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी ना तो उन्हें प्लॉट मिला और ना ही फ्लैट. जब कंपनी के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने पैसे लौटाने की जगह उनको चेक दिया. हालांकि सभी के चेक भी बाउंस हो गए. पीड़ितों ने पुलिस और सरकार से मदद की गुहार लगाई है. साथ ही सख्त कार्रवाई की मांग की है.
कंपनी के दिए चेक हुए बाउंस: प्रदर्शनकारियों की मानें तो कई साल बीत जाने के बाद भी कंपनी ने उनको ना तो प्लॉट दिए, ना फ्लैट दिए और ना ही उनके पैसे लौटाए. रकम लौटाने की एवज में बिल्डर ने उनको चेक दिए थे, हालांकि वो भी बाउंस हो गए. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जिस जगह पर उनको प्लॉट और फ्लैट देने की बात की जा रही थी, अब नोएडा की कंपनी के साथ मिलकर वो दोबारा महंगे दामों में बेचने की तैयारी शुरू कर दी गई है. उनको 20 से 22 हजार रुपए प्रति वर्ग गज में जगह देने की बात हुई थी, लेकिन अब दूसरे बिल्डर के साथ मिलकर 50 से 60 हजार में वो जगह दूसरे लोगों को देने की तैयारी हो चुकी है.
हजारों लोगों से ठगी: पीड़ितों की मानें तो उनको बाद में पता चला कि ये निजी कंपनी, जो हरियाणा सरकार की ओर से संचालित दीन दयाल आवास योजना के तहत उनको सस्ते में प्लॉट और फ्लैट देने की बात कह रही थी, उनके पास उसकी परमिशन ही नहीं थी. जानकारी के बाद पीड़ितों ने कंपनी से अपनी रकम मांगनी शुरू की, तब उन्हें पता चला कि उनके साथ-साथ फरीदाबाद के लगभग 2500 लोगों के साथ इसी तरह का फ्रॉड किया गया है.
नोएडा वालों को भी लगाया चूना: प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सभी के साथ हुए धोखाधड़ी की रकम कुल मिलाकर लगभग 500 से 600 करोड़ रुपए बनते हैं. इसी तरह का फ्रॉड इस कंपनी ने नोएडा में भी 1500 लोगों के साथ किया है, जिसकी रकम लगभग 5000 करोड़ रुपए आंकी जा रही है. अब सरकार और पुलिस प्रशासन से उन्होंने गुहार लगाई है कि उनको ऐसे लोगों से निजात दिलाई जाए और उनकी रकम वापस दिलवाई जाए. पीड़ितों ने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर से की है.