चमोली: उत्तराखंड के जोशीमठ ब्लॉक स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान इस ग्रीष्मकाल के लिए रविवार को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। पहले ही दिन प्रकृति प्रेमियों ने घाटी के अद्भुत नजारों और दुर्लभ हिमालयी वनस्पतियों का दीदार किया।
यूनेस्को द्वारा विश्व प्राकृतिक धरोहर घोषित यह घाटी उत्तराखंड के भ्यूंडार क्षेत्र में स्थित है। इसकी खोज ब्रिटिश पर्वतारोही और वनस्पति विज्ञानी फ्रैंक स्मिथ ने की थी। घाटी जैव विविधता और अनगिनत दुर्लभ फूलों के लिए प्रसिद्ध है।
फूलों की घाटी के मुख्य गेट पर वन विभाग ने पर्यटकों का स्वागत किया। अधिकारियों के अनुसार, जून महीने की शुरुआत में अब तक 62 पर्यटकों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। यह घाटी हर साल जून से अक्टूबर तक सैलानियों के लिए खुली रहती है, और इस दौरान हजारों पर्यटक यहां की 300 से अधिक प्रजातियों के देसी-विदेशी फूलों का आनंद लेने पहुंचते हैं।
प्राकृतिक सुंदरता, हरियाली, और शांत वातावरण से भरपूर यह घाटी ट्रैकिंग के शौकीनों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थल मानी जाती है।