देहरादून: श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में एक और विश्वस्तरीय एमआरआई की सेवाएं शुरू हो गई हैं। जर्मन तकनीक से निर्मित 3.0 टैस्ला एमआरआई मशीन की सेवाओं से उत्तराखण्ड एवम् पश्चिम उत्तर प्रदेश के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने रेडियोलाॅजी विभाग के डाॅक्टरों एवम् स्टाफ को शुभकामनाएं दीं।
शुक्रवार को श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के रेडियोलाॅजी विभाग में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ यशबीर दीवान, श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज के प्राचार्य डाॅ आर.के.वर्मा, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ प्रेरक मित्तल, चिकित्सा अधीक्षक डाॅ अजय पंडिता, चिकित्सा अधीक्षक डाॅ गौरव रतूड़ी एवम् रेडियोलाॅजी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ राजीव आजाद ने संयुक्त रूप से किया। कुलपति डाॅ यशबीर दीवान ने कहा कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में उत्तराखण्ड व पड़ोसी राज्यों के मरीज़ भारी संख्या में उपचार के लिए पहुंचते हैं।
अस्पताल के सभी डाॅक्टरों एवम् स्टाफ को अतिरिक्त जिम्मेदारी लेकर सभी की कसौटी पर खरा उतरना है। उन्होंने आह्वान किया कि सभी मरीजों को संतोषजनक चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी भी है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ प्रेरक मित्तल ने कहा कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में प्रतिदिन 50 से अधिक मरीज़ एमआरआई करवाते हैं। अस्पताल में एक और अत्याधुनिक एमआरआई मशीन आ जाने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और उनका वेटिंग टाइम भी कम हो जाएगा।
रेडियोलाॅजी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ राजीव आजाद ने जानकारी दी कि जर्मन तकनीक से निर्मत 3.0 टैस्ला एमआरआई सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। विश्व स्तर पर माॅर्डन मेडिकल साइंस में 3.0 टैस्ला एमआरआई मशीन सफलतापूर्वक संचालित हो रही हैं। यह एमआरआई की एक अल्ट्रा-मार्डन मशीन है। इस एमआरआई मशीन की मदद से फुल बाॅडी इमेजिंग, वैस्क्यूलर इमेजिंग के द्वारा डाॅक्टरांे को बीमारी को जानने समझने में एडवांस मदद मिलेगी। 3.0 टैस्ला एमआरआई कैंसर मरीजों, हार्ट पेशेंट्स, न्यूरो की बीमारियों के मरीजों की अति सूक्ष्म जाॅचों को करने में कारगर है। इस मशीन में स्कैन टाइम कम होता है और इसके परिणाम अधिक प्रभावी हैं। कार्यक्रम में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, डाॅक्टर्स, रेडियोलाॅजी विभाग की पूरी टीम सहित मेडिकल छात्र-छात्राएं एवम् स्टाफ उपस्थित रहे।