देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे के बाद होने जा रही भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक प्रदेश के लिए खासी अहम होगी। इस बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत 13 सदस्य शामिल होंगे। बैठक में आगामी चुनाव और पार्टी कार्यक्रमों पर चर्चा कर रणनीति बनाई जाएगी।
उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भाजपा 2022 के चुनावों में प्रदेश में बना मिथक तोड़ना चाहती है। प्रदेश की स्थापना के लगभग दो दशक में यहां पर कोई भी सियासी पार्टी लगातार दो बार सत्ता में नहीं आ सकी है। बारी-बारी से भाजपा और कांग्रेस का सत्ता में आती रही हैं। भाजपा नेता लगातार दावा करते रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व और पुष्कर सिंह धामी के युवा चेहरे की जुगलबंदी प्रदेश में बना मिथक तोड़ देंगे और भाजपा दूसरी बार भी प्रचंड बहुमत से सत्ता में वापसी करेगी।
राजनितिक सूत्रों का कहना है कि पार्टी इसके लिए सघन प्रचार की रणनीति बना रही है। बूथ-बूथ जाकर वोटरों को साधने की कवायद के साथ ही पार्टी अखबारों, इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथ ही सोशल मीडिया पर सक्रियता तेज करेगी। केंद्र की कामयाब योजनाओं को वोटरों से वाकिफ कराने का काम भी किया जाएगा। इसके साथ ही महंगाई और बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दों की धार कुंद करने की कोशिश भी की जाएगी। बताया जा रहा है कि बीते दिनों में उपचुनावों में हार के बाद डीजल और पेट्रोल के दामों में कमी इसी रणनीति का हिस्सा है।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक दिवसीय वर्चुअल बैठक में सभी प्रदेशों के भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारी व राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य अपने अपने प्रदेशों में निश्चित स्थानों पर बैठ कर वर्चुअल माध्यम से राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में शामिल होंगे। उत्तराखंड से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, अजय भट्ट, अनिल बलूनी, अजय टम्टा, सतपाल महाराज, महेंद्र पांडेय बैठक में शामिल होंगे।