Wednesday, September 3, 2025
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Operation Silkyara: उम्मीद में बीता 12वां दिन…सूरज चढ़ता गया, इंतजार बढ़ता गया, सुरंग पर लगी रहीं निगाहें

उत्तरकाशी: सिलक्यारा सुरंग के भीतर फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने का उत्साह बृहस्पतिवार को दिनभर उतार चढ़ाव लेता रहा। सूरज चढ़ता गया और अड़चनों की वजह से मजदूरों के बाहर आने का इंतजार बढ़ता रहा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी देर शाम तक ऑपरेशन सिलक्यारा के सफल होने का इंतजार कर रहे थे।

बुधवार की रात को चले अभियान की रफ्तार से ये उम्मीद जताई जा रही थी कि बृहस्पतिवार की सुबह तक सभी 41 मजदूर सकुशल बाहर आ जाएंगे, लेकिन रात को अमेरिकन ऑगर डि्ल मशीन की राह में लोहे के सरिये व गाटर आ गए जो टनल के भीतर के स्ट्रक्चर के लिए लगाए गए थे। इससे मशीन का पुर्जा भी टूट गया। मशीन रोकनी पड़ी।
Uttarkashi Tunnel Collapse Rescue operation 12th day spent in hope for labourers came Out Soon
Uttarkashi Tunnel Collapse Rescue operation 12th day spent in hope for labourers came Out Soon
इसके बाद दूसरी टीम भीतर गई, जिसे कई घंटे की मशक्कत के बाद इसे काट दिया। सुबह दोबारा डि्ल मशीन शुरू कर दी गई। नौवां पाइप भीतर भेजना शुरू किया गया। करीब 1.8 मीटर पाइप पहुंचा ही था कि मशीन में फिर तेज कंपन्न होने लगी।
Uttarkashi Tunnel Collapse Rescue operation 12th day spent in hope for labourers came Out Soon
सामने फिर सरिये की चुनौती पेश आई, जिसे देर शाम तक काटा गया। खबर लिखे जाने तक मजदूरों को पाइप उनके पास तक पहुंचने और बचाव दलों को मजदूरों के बाहर आने का इंतजार था। अभी भी बचाव अभियान जारी है।
वहीं, बचाव अभियान का निरीक्षण करने के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री जनरल (सेनि) वीके सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पहुंचे। निरीक्षण के बाद केंद्रीय मंत्री वीके सिंह जहां टनल से पहले बने कार्यालय में बैठ गए तो मुख्यमंत्री ने भी उत्तरकाशी के निकट स्थित मातली में डेरा डाल लिया। खबर लिखे जाने तक दोनों नेता मजदूरों के सकुशल बाहर आने का इंतजार कर रहे थे
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