जाति जनगणना पर सीएम धामी ने दी प्रतिक्रिया, कहा- पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाने में मिलेगी मदद
देहरादून: केंद्र सरकार ने देश में जाति जनगणना यानी जातियों के आधार पर गणना कराने का फैसला लिया है. जिस पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिक्रिया दी है. सीएम धामी का मानना है कि इससे समाज के पिछड़े वर्ग के लोगों को मुख्यधारा में लाने की दिशा में मदद मिलेगी. वहीं, जातिगत जनगणना को लेकर कांग्रेस को आड़े हाथों भी लिया.
कांग्रेस ने दशकों तक जातिगत जनगणना का विरोध किया और इस मुद्दे पर हमेशा अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास किया। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि स्वतंत्रता के बाद आज तक जातिगत जनगणना कभी नहीं करवाई गई। कांग्रेस ने जातियों के बीच विभाजन को बढ़ावा देकर उन्हें सिर्फ वोटबैंक के रूप में…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 30, 2025
बता दें कि मोदी कैबिनेट ने बुधवार यानी 30 अप्रैल को जाति जनगणना का फैसला लिया. आज राजनीतिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की ओर से लिए गए निर्णयों की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जनगणना केंद्र के अधिकार क्षेत्र में आती है, लेकिन कुछ राज्यों ने सर्वेक्षण के नाम पर जातियों की गणना की है. ऐसे में फैसला लिया गया है कि जाति गणना को आगामी जनगणना में शामिल किया जाना चाहिए.
जाति जनगणना को लेकर सीएम धामी ने दी प्रतिक्रिया: वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जाति जनगणना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र के दूरदर्शी और समावेशी नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जनगणना के साथ जातीय जनगणना के निर्णय को स्वीकृति दी है. जो एक ऐतिहासिक और दूरगामी सोच का परिचायक है.
यह फैसला न केवल सामाजिक न्याय की भावना को बल देगा. बल्कि, देश की विविधतापूर्ण संरचना को समझने और सभी वर्गों के संतुलित विकास के ठोस नीति निर्माण में भी सहायक साबित होगा. उन्होंने कहा कि यह पहल ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ की भावना को और ज्यादा मजबूती प्रदान करती है.