Thursday, November 13, 2025
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पौड़ी में गुलदार का आतंक, बुजुर्ग महिला को बनाया निवाला, आक्रोश में ग्रामीण

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पौड़ी गढ़वाल: जिले में गुलदार के हमलों का सिलसिला लगातार जारी है. ताजा मामला जिले के विकासखंड एकेश्वर क्षेत्र का है. जहां एक गुलदार ने खेतों में काम कर रही 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला पर अचानक हमला कर दिया. हमले में महिला की मौके पर ही मौत हो गई. इस दर्दनाक घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत और शोक का माहौल है.

पौड़ी जिले के विकासखंड पोखड़ा में एक बार फिर गुलदार का आतंक देखने को मिला है. गुरुवार को ग्राम बगड़ीगाड़ निवासी 65 वर्षीय रानी देवी पर गुलदार ने उस समय हमला कर दिया, जब वह अपने गांव के पास घास काटने गई थीं. अचानक झाड़ियों में घात लगाकर बैठे गुलदार ने रानी देवी पर झपट्टा मारा और उन्हें कुछ दूर तक घसीट ले गया. इस हमले में रानी देवी की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया.

सूचना मिलने पर राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया. टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. वन विभाग की ओर से गुलदार की तलाश के लिए आसपास के जंगलों में सर्च अभियान शुरू कर दिया गया है.

पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य लता देवी ने बताया कि जब ग्रामीणों ने शोर सुना तो वे मौके की और दौड़े और काफी तलाश के बाद रानी देवी का शव घटनास्थल से लगभग 100 मीटर दूर झाड़ियों में मिला. उन्होंने बताया कि यह पहली बार नहीं है, जब गांव में गुलदार की सक्रियता देखी गई हो. इससे पहले भी कई बार गुलदार को आसपास मंडराते देखा गया था. घटना के बाद से ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों ही देखने को मिल रहा है.

उनका कहना है कि क्षेत्र में लगातार वन्यजीवों की गतिविधियां बढ़ रही हैं, जिससे लोग खेतों और जंगलों की ओर जाने से डरने लगे हैं. लता देवी ने कहा कि यदि वन विभाग ने समय रहते कार्रवाई नहीं की तो ग्रामीणों का यहां से पलायन होना तय है. ग्रामीण अपने ही गांवों में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.

ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में जल्द से जल्द पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ा जाए और गांवों में नाइट पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. वहीं इस घटना के बाद पूरे पोखड़ा क्षेत्र में दहशत और शोक का माहौल बना हुआ है.

डीएफओ गढ़वाल वन विभाग अभिमन्यु सिंह ने बताया कि गांव में 15 सदस्य टीम तैनात की गई है. तीन कैमरे लगाए गए हैं और कैमरों की संख्या बढ़ाई जा सकती है. मुख्य वन संरक्षक से आदेश मिलने पर पिंजरा और ट्रेंकुलाइज किया जाएगा. पीड़ित परिवार को अग्रिम राशि देने की तैयारी की जा रही है. शुक्रवार तक उन्हें दे दिया जाएगा.

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