देहरादून: प्रदेश के पूर्व सीएम हरीश रावत का नाम वोटिंग लिस्ट में न होने की वजह से वो निकाय चुनाव में वोट नहीं डाल सके। पूर्व सीएम ने इसके लिए हालांकि किसी को दोषी नहीं ठहराया और कहा कि वे आगे से सतर्क रहेंगे। यद्यपि उन्होंने उनका नाम वोटिंग लिस्ट के कटने पर कहा कि यह इस बात का सूचक है कि भाजपा का काम यही है सही नाम काटो और फर्जी नाम जोड़ो। निकाय चुनाव में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी पूर्व सीएम या बड़े नेता का इस तरह से वोट कटा हो। हरीश रावत ने कहा कि मैं निराश हूँ की मैं वोट नहीं कर पा रहा हूँ। उनके अनुसार वोट के लुटेरों ने उनके वोट क़ो भी ग्रहण लगा दिया उनके अनुसार ये मेरी गलती भी हैं कि मैं अपने अधिकार की रक्षा नहीं कर पाया।