
रुद्रप्रयाग: जिला मुख्यालय से मात्र 15 किमी की दूरी पर राइंका मयकोटी क्षेत्र के जंगलों में आग की घटना से लाखों की वन सम्पदा राख हो गयी है. जिससे क्षेत्र में सिर्फ धुआं ही धुआं नजर आ रहा है. इस तरह जंगलों में आग लगाये जाने से वन्य जीवों को भी नुकसान पहुंच रहा है और वे ग्रामीण इलाकों के साथ ही शहरी इलाकों में भी पहुंच रहे हैं. ऐसे में जंगलों में आग की घटना के बाद शीघ्रता से कार्रवाई की जरूरत है.
गौर हो कि रुद्रप्रयाग मयकोटी क्षेत्र ठंड के मौसम में जंगलों में आग धधक रही है. जंगल में आग लगने के बाद वन्यजीव सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे हैं. बीते दो दिनों से मयकोटी क्षेत्र का जंगल धूं-धूं कर जल रहा है. दिसम्बर महीने में जंगलों में आग लगने से पर्यावरणविद भी खासे चिंतित नजर आ रहे हैं, जबकि वन विभाग की सक्रियता सवाल उठा रही है. जंगलों में आग लगने से लाखों की वन सम्पदा राख हो रही है और ग्रामीण जनता दूर से अपने जंगलों को जलता देख रही है. जंगलों में आग लगने से धुआं उठ रहा है, जो पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक है. वाहन चालकों को भी आग लगने की घटना से बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.



