Wednesday, December 17, 2025
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देहरादून शहर का होगा कायाकल्प! बिछेगा सड़कों का ‘जाल’, बाईपास-एलिवेटेड से डायवर्ट होगा फ्लोटिंग ट्रैफिक

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देहरादून: उत्तराखंड में इस साल मॉनसून सीजन के दौरान आई आपदा ने राज्य की राजधानी देहरादून पर सीधा असर किया. इस दौरान शहर के सालों पुराने कई एस्टेब्लिशमेंट धराशायी हुए, जिसको लेकर अब उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग शहर का कायापलट करने में जुट गया है. आने वाले कुछ सालों में देहरादून शहर के विकास में बड़ा बदलाव आने वाला है, क्योंकि शहर में कई नए फ्लाईओवर, बाईपास के अलावा शहर की दोनों मुख्य नदियों पर एलिवेटेड रोड बनने जा रही है.

मसूरी रोड पर डबल लेन पुल: देहरादून शहर पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक मसूरी रोड पर रहता है. इस मॉनसून सीजन में 16 सितंबर को भीषण आपदा में मसूरी रोड कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गई थी, और एक जगह पर पूरा पुल वॉशआउट हो गया था. इस मामले पर लोक निर्माण विभाग के देहरादून सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ओमपाल सिंह ने बताया कि-

देहरादून-मसूरी रोड पर आपदा के कारण पूरी तरह कनेक्टिविटी खत्म हो गई थी. लेकिन रिकॉर्ड 24 घंटे में एक बैली ब्रिज लगाया गया और कनेक्टिविटी शुरू की गई. जबकि उसके एक सप्ताह के भीतर हैवी व्हीकल के लिए भी मार्ग खोल दिया गया था. अब बैली ब्रिज पर स्थायी कनेक्टिविटी को लेकर शिव मंदिर से आगे जाकर बैली ब्रिज के डाउनस्ट्रीम में एक मोड़ नीचे 2 लेन आरसीसी गार्डर टाइप 60 मीटर मोटर पुल के लिए साइड चिन्हित कर दी गई है. इस मोटर पुल के लिए डीपीआर तैयार कर दी गई है और लक्ष्य है कि अगले मॉनसून सीजन से पहले जून तक इस पुल को तैयार कर दिया जाएगा.
– ओमपाल सिंह, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी देहरादून –

डेढ़ लेन होगा देहरादून-किमाड़ी-लंबीधार मार्ग: लोक निर्माण विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ने बताया कि सचिव पीडब्ल्यूडी के दिशा निर्देश में देहरादून शहर के क्राउड (भीड़) और कैरिंग कैपेसिटी (क्षमता) और ट्रैफिक कंजप्शन (यातायात खपत) को देखते हुए इसे डी कंजप्शन करने के लिए वैकल्पिक मार्गों का सुदृढ़ीकरण किया जाए. इसी क्रम में मसूरी की कनेक्टिविटी के लिए देहरादून- किमाड़ी- लंबीधार वैकल्पिक मार्ग के चौड़ीकरण का प्रस्ताव शासन को भेज गया, जिस पर स्वीकृति मिल गई है. इसे सिंगल लेन से डेढ़ लेन पर अपग्रेड किया जा रहा है, जिसके लिए निविदाएं (टेंडर) की प्रक्रिया चल रही है.

प्रेमनगर पुल की टेंडर प्रक्रिया पूरी: इसके अलावा 16 सितंबर को देहरादून के नंदा की चौकी के पास पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. उसको लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ओमपाल सिंह ने बताया कि,

यह पुल पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग 72 जो कि अब बदलकर NH-7 हो चुका है, जो एनएचएआई के अंतर्गत आता है. लेकिन संबंधित विभाग के अनुरोध पर लोक निर्माण विभाग उत्तराखंड ने पहले ब्रिज के टूट जाने पर वैकल्पिक मार्ग तैयार किया. वैकल्पिक मार्ग के लिए पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट ने व्योम पाइप की मदद से एक डायवर्जन तैयार कर कनेक्टिविटी चालू की. वहीं इस क्षतिग्रस्त ब्रिज के स्पान का पुनर्निर्माण किया जाएगा.
– ओमपाल सिंह, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी देहरादून –

केवल टूटा हुआ स्पान दोबारा से बनाया जाएगा और पुल की स्ट्रेंथनिंग (सुदृढ़) की जाएगी. इस पुनर्निर्माण के लिए डीपीआर तैयार की जा चुकी है और टेंडर भी हो चुके हैं. जल्द ही पुल का काम शुरू होगा. पुल पर लोड टेस्टिंग भी करवाई जाएगी और ब्रिज की स्ट्रेंथ (क्षमता) चेक की जा रही है. फिलहाल वह मानक पूरे कर रहा है. लेकिन अगर भविष्य में इस तरह से कोई समस्या आती है तो उसे पर भी विचार किया जाएगा.
– ओमपाल सिंह, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी देहरादून –

एलिवेटेड प्रोजेक्ट पर अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी: लोक निर्माण विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, देहरादून में शहर की दो मुख्य नदी- रिस्पना और बिंदाल नदी पर बन रहे एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट का कार्य भी तेज गति से चल रहा है.

मसूरी के लिए देहरादून में दिल्ली और हरिद्वार से आने वाले फ्लोटिंग ट्रैफिक (अस्थायी यातायात) शहर के ट्रैफिक के साथ मिक्स ना करते हुए सीधा आगे भेजने के लिए एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जा रहा है. इसमें अभी फिलहाल एसआईए की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अब एक्सपर्ट कमेटी की बैठक सीडीओ की अध्यक्षता में होनी है. एसआईए की रिपोर्ट पब्लिश हो चुकी है. एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट के बाद अब धारा 11 की कार्रवाई चल रही है.
– ओमपाल सिंह, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी देहरादून –

लटका हुआ भंडारी बाग फ्लाईओवर भी होगा शुरू: कारगी चौक से भंडारी बाग के लिए आने वाले मार्ग पर निर्माणधीन फ्लाईओवर को लेकर सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ओमपाल सिंह ने बताया कि जून 2025 को पीडब्ल्यूडी के लिए जीओ जारी हुआ था. इसके बाद हुए टेंडर से अगस्त 2025 में एग्रीमेंट की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इसकी टाइमलाइन 13 अगस्त 2026 रखी गई है. टाइमलाइन के भीतर ही इसे तैयार कर लिया जाएगा. इसके अलावा आढ़त बाजार के चौड़ीकरण को लेकर एमडीडीए में विस्थापन की कार्रवाई गतिमान है. जैसे ही दुकान खाली होती है, पीडब्ल्यूडी इसके चौड़ीकरण को लेकर भी काम शुरू कर देगा. इसको लेकर 16 करोड़ की डीपीआर शासन को सौंपी जा चुकी है.

मोहकमपुर फ्लाईओवर से जुड़ेगा अजबपुर फ्लाईओवर:

हरिद्वार रोड पर राजपुर और उसके आसपास होने वाले ट्रैफिक से भी आने वाले समय में निजात मिलने जा रही है. दरअसल, मोहकमपुर फ्लाईओवर जो की रिस्पना पुल तक आना था, लेकिन विस्थापन की प्रक्रिया में आ रही अड़चनों के कारण यह काम पूरा नहीं हो पाया. वहीं अब लोक निर्माण विभाग की एनएच विंग इसको लेकर दूसरे प्लान पर काम कर रही है. मोहकमपुर फ्लाईओवर को शास्त्री नगर के पीछे से होते हुए सीधा अजबपुर फ्लाईओवर पर जोड़ा जाएगा और इस तरह से हरिद्वार या ऋषिकेश से आईएसबीटी जाने वाले वाहनों का जाम रिस्पना पुल पर नहीं लगेगा. इसी तरह से निकट भविष्य में मोहंड-आशा रोड़ी से ग्राफिक एरा के पीछे होते हुए एक सड़क सीधा दुधली डोईवाला तक लाई जाएगी, जो की देहरादून रिंग रोड का प्रोजेक्ट है.
– ओमपाल सिंह, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी देहरादून –

शहर हुआ गड्ढा मुक्त: सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ने बताया कि जैसे ही मॉनसून की बरसात रुकी, उसके 15 से 20 दिनों के भीतर लोक निर्माण विभाग ने युद्धस्तर पर काम करते हुए पूरे शहर को गड्ढा मुक्त कर दिया है.

 

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