लिब्बरहेड़ी जनसंवाद: संवेदना, सेवा और संकल्प का संगम
हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार जनपद के लिब्बरहेड़ी में आयोजित भव्य रोड शो और जनसंवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेकर यह स्पष्ट किया कि उनका नेतृत्व धरातल से जुड़ा है। इस दौरान उन्होंने खुद ट्रैक्टर चलाकर किसानों के श्रम को नमन किया और उनके प्रति सम्मान प्रकट किया।
ट्रैक्टर की सवारी बनी जनसंवेदना का प्रतीक
मुख्यमंत्री जब मंच से उतरकर ट्रैक्टर की स्टेयरिंग थामते हुए सड़क पर निकले, तो ग्रामीणों, महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों की भीड़ उमड़ पड़ी। उन्होंने कहा:
“ट्रैक्टर चलाना केवल प्रतीक नहीं, हमारे अन्नदाताओं के परिश्रम के प्रति सम्मान है। मैं खुद किसान परिवार से आता हूं, उनकी मेहनत को समझता हूं।”
इस दृश्य ने यह साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री का नेतृत्व केवल घोषणाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि वे जनता के साथ जमीन पर उतरकर सहभागी भूमिका निभाते हैं।
UCC पर जनता को दिया विश्वास का संदेश
लिब्बरहेड़ी यात्रा के मुख्य उद्देश्यों में से एक हाल ही में लागू समान नागरिक संहिता (UCC) पर जनसंवाद था। सीएम ने कहा:
“UCC किसी धर्म के विरुद्ध नहीं है। यह समानता, न्याय और पारदर्शिता की नींव है। यह बाबा साहब आंबेडकर के संविधान में निहित मूल भावना को साकार करता है।”
गांव, किसान और युवा हैं प्राथमिकता
सीएम धामी ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि किसानों के लिए तकनीकी प्रशिक्षण, युवाओं के लिए स्टार्टअप योजनाएं, सिंचाई, सड़क और स्वास्थ्य ढांचे का सुदृढ़ीकरण उनकी सरकार की प्राथमिकता है।
“हम केवल विकास की बातें नहीं करते, उसे गांव-गांव, व्यक्ति-व्यक्ति तक पहुँचाने के लिए कृतसंकल्प हैं।”
लिब्बरहेड़ी की यह यात्रा बताती है कि उत्तराखंड का नेतृत्व अब संवेदना और भागीदारी की नई दिशा में आगे बढ़ रहा है — जहाँ घोषणाओं से ज़्यादा ज़रूरी है, जमीन से जुड़ाव और जनभावनाओं का सम्मान।