देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुंबई में आयोजित रोड शो के दूसरे दिन फिल्म उद्योग से जुड़े निर्माता, निदेशक एवं कलाकारों से बैठक कर उत्तराखंड में फिल्म उद्योग की सम्भावनाओं पर चर्चा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सिनेमा जगत से जुड़े लोगों को आगामी 8-9 दिसंबर को देहरादून में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए भी आमंत्रित भी किया। इस अवसर पर फिल्म उद्योग से जुडे निवेशकों द्वारा कई सुझाव भी दिए गए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने फिल्म जगत से जुड़े कई वरिष्ठ कलाकारों को सम्मानित भी किया गया। रोड शो के दौरान फ़िल्म निर्माताओं ने उत्तराखण्ड सरकार द्वारा फ़िल्म शूटिंग के दौरान मिलने वाले सहयोग के लिए आभार जताया और उत्तराखण्ड में फ़िल्म शूटिंग के लिए उत्साह भी दिखाया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी फिल्मी हस्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखंड में देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश के अलावा बदरी केदार और गंगा-यमुना जैसी सदाबहार नदियां हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शूटिंग के लिए देश दुनिया की सबसे सुंदर और बेस्ट डेस्टिनेशन हैं। नैनीताल मसूरी, औली, चकराता, पिथौरागढ़, मुनस्यारी चोपता -हर्षिल, वैली ऑफ़ फ्लावर्स जैसे मनोहारी स्थान भी उत्तराखंड में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में प्रदेश में कई नए शूटिंग डेस्टिनेशन भी विकसित हुए हैं। अब प्रदेश में अच्छी कनेक्टिविटी तथा आवास की बेहतर व्यवस्थायें उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदि कैलाश यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी की यात्रा के बाद उत्तराखंड में ज्यौलीकांग, आदि कैलाश जैसे उच्च हिमालयी स्थानों पर भी पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ रही है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार फिल्म निर्माताओं,वेब सीरीज बनाने वाले निर्माता निर्देशकों के लिए कई योजनाएं प्रदेश में संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में फ़िल्म शूटिंग के बेहतर वातावरण बन सके, इसके लिए प्रदेश सरकार निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि फ़िल्म नीति और नयी सेवा क्षेत्र नीति (Service Sector Policy) के अंतर्गत फिल्म एवं मीडिया प्रोत्साहन के लिए फ़िल्म सिटी, फ़िल्म संस्थानों, नये शूटिंग स्टूडियोज़, नये प्रोडक्शन हाउस, नये पोस्ट प्रोडक्शन हाउस, नये सिनेमाघरों की स्थापना को सम्मिलित किया गया है।
महानिदेशक सूचना तथा उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के मुख्य कार्याधिकारी श्री बंशीधर तिवारी ने बताया कि उत्तराखंड में फिल्मों की 75 प्रतिशत शूटिंग होने पर हिंदी फिल्मों के लिए ₹1.5 करोड़ तक की सब्सिडी, क्षेत्रीय फिल्मों के लिए ₹25 लाख तक की सब्सिडी और अन्य राज्य की भाषाओं हेतु फिल्मों को ₹15 लाख तक की सब्सिडी दी जा रही है। प्रदेश सरकार क्षेत्रीय, हिन्दी व अन्य भाषाओं की फ़िल्मों के लिए अनुदान राशि को बढ़ाने पर भी विचार करन रही है। इसके साथ ही OTT/Web Series, TV&Serials, Documentaries, Short Films को भी अनुदान के लिये सम्मिलित किए जाने पर विचार किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान फ़िल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उत्तराखण्ड में फ़िल्म शूटिंग के दौरान सरकार, पुलिस और प्रशासन का बेहतर सहयोग मिलता है। उन्होंने कहा कि “द कश्मीर फ़ाइल्स” फ़िल्म की शूटिंग के दौरान कोविड काल में उत्तराखण्ड सरकार का द्वारा अभूतपूर्व सहयोग उन्हें मिला, अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री का इसके लिए आभार भी प्रकट किया है। इस दौरान कई फ़िल्म / वेब सीरिज़ निर्माताओं ने उत्तराखण्ड में शूटिंग लिए उत्सुकता दिखाई।
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