श्रीनगर: गढ़वाल क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ की कमी दूर होने जा रही है. इससे पूर्व स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल कॉलेज से संबद्ध बेस अस्पताल को बड़ी संख्या में स्थायी नर्सिंग स्टाफ की नियुक्ति कर दी गई है. नर्सिंग स्टाफ के अस्पताल में ज्वाइनिंग देने के बाद रुद्रप्रयाग, चमोली, पौडी और टिहरी से आने वाले मरीजों को इसका लाभ मिल सकेगा.
बेस चिकित्सालय को मिले 53 नर्सिंग स्टाफ: राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के बेस चिकित्सालय को 53 स्थाई नर्सिंग अधिकारी मिले चुके हैं. आज नर्सिंग अधिकारियों ने बेस चिकित्सालय पहुंचकर अपनी ज्वाइनिंग अस्पताल को की दी. चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने सभी नर्सिंग अधिकारियों से मिलकर बेस चिकित्सालय में तैनाती लेने पर स्वागत करते हुए मरीजों के हितों में बेहतर से बेहतर कार्य करने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि बेस अस्पताल में जिस भी विभाग के वार्डों में तैनाती मिले, वहां की तमाम सुविधाओं को बेहतर ढंग से संचालित किया जाए, ताकि मरीजों की ओर से कोई शिकायत ना रहे.
चिकित्सा अधीक्षक ने जताई खुशी: बेस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के दिशा-निर्देशों पर सीएमओ पौड़ी गढ़वाल द्वारा 51 नर्सिंग अधिकारी बेस चिकित्सालय के लिए भेजे गये. दो ऋषिकेश क्षेत्र से भेजे गये हैं. उन्होंने कहा कि सभी नर्सिंग अधिकारियों ने ज्वाइनिंग की सूचना दी है. इसके साथ ही बायोमेट्रिक हाजिरी से लेकर तमाम कागजी कार्रवाई पूर्ण की गई.
मरीजों को मिलेगी बेहतर व्यवस्था: डॉ अजेय विक्रम ने कहा कि नर्सिंग अधिकारी मिलने से बेस चिकित्सालय के वार्डों में स्टाफ की जो कमी बनी हुई थी, वह दूर हो जायेगी. इससे अस्पताल के वार्डों में नर्सिंग अधिकारी मिलने से बेहतर व्यवस्था बनाने में बेस अस्पताल प्रशासन को सहायता मिलेगी. साथ ही मरीजों के हित में बेहतर व्यवस्था हो पायेगी. इसके लिए उन्होंने प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री का आभार प्रकट किया.
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