देहरादूनः उत्तराखंड कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के चमोली जिले के बदरीनाथ से विधायक राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है. दिल्ली में राजेंद्र भंडारी ने पीयूष गोयल, सीएम धामी, अनिल बलूनी और दुष्यंत कुमार गौतम की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली. अनिल बलूनी ने राजेंद्र भंडारी का पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया.
रविवार को उत्तराखंड कांग्रेस को बड़ा झटका बदरीनाथ से कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी के रूप में लगा. राजेंद्र भंडारी ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी, उत्तराखंड भाजपा प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम और गढ़वाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी अनिल बलूनी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली. राजेंद्र भंडारी के भाजपा में शामिल होने से गढ़वाल लोकसभा सीट पर भाजपा को फायदा होगा. क्योंकि गढ़वाल लोकसभा सीट पर राजेंद्र भंडारी ही एक मात्र कांग्रेस के विधायक थे.
राजेंद्र भंडारी का राजनीतिक सफर: राजेंद्र भंडारी बदरीनाथ से मौजूदा विधायक हैं. इससे पहले 2012 के विधानसभा चुनाव राजेंद्र भंडारी बदरीनाथ सीट से विधायक चुने जाने के बाद हरीश रावत सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में राजेंद्र भंडारी ने उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को पटखनी दी है. राजेंद्र भंडारी की पत्नी रजनी भंडारी वर्तमान में चमोली से जिला पंचायत अध्यक्ष हैं. वहीं भाजपा में शामिल होने के बाद राजेंद्र भंडारी ने कहा कि उत्तराखंड में जो विकास कार्य चल रहे हैं, उससे प्रभावित होकर वह पार्टी में शामिल हुए हैं.
धन सिंह नेगी ने छोड़ी कांग्रेस: वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और टिहरी विधानसभा से पूर्व विधायक धन सिंह नेगी ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. 2022 के विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने से खफा होकर धन सिंह नेगी ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा था.
यह भी पढ़े: उत्तराखंड की पांचों सीटों पर 19 अप्रैल को होगा मतदान, चार जून को होगी मतगणना