बागपत: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के रास्ते पर एक ढाबे की नेम प्लेट को लेकर हुआ विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है. इस मुद्दे पर अब राजनीति भी गर्मा गई है. बागपत पहुंचीं हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची आर्या ने इस पूरे मामले में कड़ा रुख अपनाया है.
बता दें मुजफ्फरनगर में रविवार को कांवड़ यात्रा मार्ग पर गैर हिंदू के ढाबा चलाने पर विवाद हो गया था. मामला कोर्ट तक चला गया है. कावड़ यात्रा के समय होटलों में कांवड़ यात्रियों को शुद्ध शाकाहारी जल-पान और भोजन मिल सके, इसी बात को लेकर सरकार से लेकर जनता तक ने इस मुद्दे पर आवाज उठाई.
वहीं साध्वी प्राची ने कहा, नाम बदलकर शिवभक्तों की आस्था से खिलवाड़ किया जा रहा है. यह एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा लगता है. जब आप सही हैं, तो अपनी पहचान छिपाने की जरूरत क्यों पड़ रही है? उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा कोई आम यात्रा नहीं है, बल्कि एक धार्मिक परंपरा है. ऐसे में धर्म छिपाकर व्यापार करना गलत है. इससे समाज में भ्रम फैलता है.
साध्वी प्राची ने कांग्रेस नेता इमरान मसूद के उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमें उन्होंने कहा था कि मुस्लिम के हाथ की साड़ी न पहनें. इस पर साध्वी ने कहा धैर्य रखिए, समय आने पर उसका जवाब भी मिलेगा. इमरान मसूद को कोई काम नहीं है, बस विवाद खड़ा करना जानते हैं. सरकार विकास में लगी है और ये लोग सिर्फ बयानबाजी में लगे हैं.
इसके साथ ही भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर पर एक महिला के तहत दर्ज करवाई गई FIR पर भी साध्वी ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, मैं पीड़िता के साथ हूं. ऐसे लोगों की सदस्यता तुरंत रद होनी चाहिए और उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिए.