अयोध्या: राम नगरी में रामलला की स्थापना के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विकास के विजन को मानों पंख लग गये हैं। अयोध्या में अवस्थापना, पर्यटन समेत विभिन्न प्रकार की सुविधाओं का विकास किया जा रहा है और सभी निर्माण कार्यों की गति में तेजी लायी जा रही है। इसी क्रम में, अब जल्द ही मुंबई के जुहू चौपाटी की तर्ज पर चौपाटी तैयार की कार्ययोजना पर भी कार्य हो रहा है। यह चौपाटी सरयू नदी के किनारे राम की पैड़ी पर बनने जा रही है। उत्तर प्रदेश आवास विभाग ने अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) के प्रस्ताव को मंजूरी देने के साथ ही अब 4.65 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। अयोध्या विकास प्राधिकरण सरयू नदी के किनार राम की पैड़ी के एक सेक्शन को शानदार चौपाटी में परिवर्तित करता चाहता हैं जहां देश व दुनिया से आने वाले सैलानियों के साथ स्थानीय लोग भी स्वच्छता के साथ निर्मित विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद उठा सकेंगे।
आवास विभाग ने दी परियोजना को मंजूरी, दीपोत्सव तक हो जाएगा तैयार
आवास विभाग ने एडीए की इस परियोजना के लिए 04.65 करोड़ रुपए की धनराशि को मंजूरी दे दी है। उल्लेखनीय है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गयी है। वर्तमान समय में हर दिन लाखों लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं। ऐसे में, योगी सरकार ने कम खर्च में श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाओं का लाभ देने की कोशिश कर रही है। इसी क्रम में को चौपाटी के तर्ज पर फूडिंग एरिया को विकसित करने की योजना बनायी गयी है। यहां छोटी-छोटी स्थायी व अस्थायी दुकानें बनायी जाएंगी। इन दुकानों पर अयोध्या के लोकल व्यंजनों के साथ-साथ अन्य विविध प्रकार के व्यंजन भी मिलेंगे। चौपाटी के लिए चिह्नित क्षेत्र का सौन्दर्यीकरण तो किया ही जाएगा, साथ ही स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं का भी खास ख्याल रखा जाएगा, ताकि इधर-उधर गंदगी न फैल सकें। यहां 84 दुकानें व रेस्टोरेंट बनाए जाएंगे। इसके अलावा यहां पार्किंग की भी सुविधा दी जाएगी। एडीए के सचिव सत्येंद्र सिंह ने बताया की चौपाटी के निर्माण व विकास का कार्य अब तक 45 प्रतिशत पूरा हो गया है। दीपोत्सव से पहले राम की पैड़ी पर भव्य चौपाटी का पर्यटक आनंद ले सकेंगे।
सरयू तट के किनारे बनाए जाएंगे चबूतरे
राम की पैड़ी पर कुछ जगहें ऐसी भी होंगी जहां सिर्फ चबूतरे बनाए जाएंगे ताकि लोग यहां बैठकर शांति से कुछ वक्त सरयू तट पर बीता सकें। कुछ जगहों पर आधुनिक डिजाइन वाले ठेलों का संचालन भी किया जाएगा। यहां गंदगी को फैलने से रोकने के लिए जगह-जगह डस्टबिन रखवाया जाएगा। साथ ही, पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखकर विभिन्न प्रकार के निर्माण व विकास कार्यों को भी पूर्ण कराया जाएगा।