लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक और प्रखर राष्ट्रवादी नेता डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर हजरतगंज स्थित सिविल अस्पताल में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी के बलिदान ने ही जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 की समाप्ति की नींव रखी थी. उनके त्याग और समर्पण ने राष्ट्र की एकता और अखंडता को सशक्त किया.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लखनऊ महानगर द्वारा आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, स्वतंत्र देव सिंह, राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक डॉ. नीरज बोरा, ओ.पी. श्रीवास्तव, योगेश शुक्ला और एमएलसी लालजी निर्मल सहित कई गणमान्य नेताओं ने डॉ. मुखर्जी को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए.
कार्यक्रम में अंजनी श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी प्रवीण गर्ग, संयोजक यू.एन. पांडे, अभिषेक खरे और शिव शंकर विश्वकर्मा भी उपस्थित रहे. नेताओं ने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्रवाद, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान को याद किया. सीएम योगी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का जीवन और उनका बलिदान आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है. उन्होंने ‘एक देश, एक विधान, एक निशान’ के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. जिसका परिणाम आज जम्मू-कश्मीर के पूर्ण एकीकरण के रूप में सामने है.
लखनऊ ‘जनता दर्शन’ में सीएम ने सुनी लोगों की समस्याएं ; मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ‘जनता दर्शन’ किया. इस दौरान यहां प्रदेशभर से लगभग 65 से अधिक पीड़ित पहुंचे. मुख्यमंत्री हर पीड़ित के पास स्वयं पहुंचे, समस्या सुनीं, प्रार्थना पत्र लिया और उन्हें अहसास कराया कि हर समस्या में सरकार साथ खड़ी है. मुख्यमंत्री ने निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हर नागरिक की सेवा, सुरक्षा और सम्मान सरकार की पहली प्राथमिकता है. सरकार विगत 8 वर्ष से इसी उद्देश्य से कार्य कर रही है.