कानपुर: ऐसे युवा जिन्होंने 10वीं व 12वीं की पढ़ाई पूरी कर ली है. उन्हें अब नौकरी करने के लिए किसी दूसरे शहर में नहीं जाना होगा. अपने ही शहर में युवाओं को 100 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाली कंपनी में नौकरी मिल सकेगी. इसके लिए उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट मिशन (यूपीएसडीएम) और उद्योग विभाग एक साथ मिलकर काम करेंगे.
हर जिले में 100 करोड़ रुपए के सालाना टर्नओवर वाली कंपनियों का डाटा तैयार कराया जा रहा है. इन औद्योगिक इकाईयों के अलावा युवाओं को हॉस्पिटल, होटल, पेंट, मशीनरी समेत अन्य कई क्षेत्रों में भी नौकरी का मौका मिल सकेगा.
सूबे में ऐसा पहली बार होगा, जब उद्यमी ही युवाओं को स्किल्ड करने के बाद अपने यहां नौकरी दे सकेंगे. यही नहीं, इसके लिए यूपीएसडीएम की ओर से उद्यमियों को फंड भी दिया जाएगा.
ट्रेनिंग पार्टनर होंगे नामचीन उद्यमी: उपायुक्त उद्योग अंजनीश प्रताप सिंह ने बताया कि यूपीएसडीएम की ओर से पिछले सालों तक निजी कंपनियों को ट्रेनिंग पार्टनर बनाया जाता रहा. वह युवाओं को रोजगार तो मुहैया करा देते थे. मगर, दूसरे शहरों में नौकरी मिलने के चलते अधिकतर युवा नौकरी छोड़कर वापस घर आ जाते थे. लेकिन अब युवाओं को उनके ही शहर में नौकरी मिल सकेगी.
उन्होंने कहा कि शहर के उद्यमियों की औद्योगिक इकाई ही ट्रेनिंग पार्टनर के तौर पर संचालित होगी. वहीं, उद्यमियों के लिए यूपीएसडीएम ने कोर्सेस को लेकर 36 अलग-अलग सेक्टर बनाए हैं. हेल्थ सेक्टर में ही 65 कोर्सेस हैं. ऐसे में उद्यमियों के सामने पाठ्यक्रम चयन के लिए भी ठीक-ठाक संख्या रहेगी. 49.50 रुपये प्रति कोर्स प्रति युवा की दर से उद्यमियों को यूपीएसडीएम भुगतान करेगा