गया: बिहार के गया जी में मुहर्रम का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. मुस्लिम धर्मावलंबी इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. इसी दौरान एक से बढ़कर एक ताजिया भी बनाई गई है. इन सब में गया जी की एक ताजिया काफी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
गया में फाइटर जेट वाला ताजिया : दरअसल, यह ताजिया भारत के ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को धूल चटा देने वाले फाइटर जेट की तर्ज पर बनाया गया है. इस फाइटर जेट पर ऑपरेशन सिंदूर की विंग कमांडर सोफिया कुरैशी का नाम भी लिखा गया है.

सशक्त भारत का प्रतीक बना यह ताजिया : ऑपरेशन सिंदूर के फाइटर जेट की तर्ज पर बना यह ताजिया जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को दर्शाता है. इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान को पूरी तरह बैकफुट पर ला दिया था.
ताजिया में भारत की शौर्य गाथा : भारत के फाइटर जेट्स ने पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था. ऑपरेशन सिंदूर के पहले दिन की सैन्य कमान विंग कमांडर सोफिया कुरैशी और ब्योमिका सिंह के हाथों में थी. इस ऑपरेशन में भारत की विजय गाथा को गया जी की इस ताजिया में दर्शाया गया है. यह ताजिया न सिर्फ आकर्षण का केंद्र है, बल्कि मुहर्रम पर्व में देशभक्ति की एक मिसाल भी बनी है.
डुमरिया के बिकुआ कलां में बना यह आकर्षक ताजिया : गया जी के डुमरिया प्रखंड स्थित बिकुआ कलां गांव में यह अनोखा ताजिया बनाया गया है. गांव के लोगों ने मुहर्रम के अवसर पर फाइटर जेट के लुक में इसे तैयार किया है.
ताजिया के माध्यम से विश्व को संदेश : इस ताजिया को बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले बिकुआ कलां के शाहिद हुसैन ने बताया कि ”फाइटर जेट बनाने का उद्देश्य पूरे विश्व को यह संदेश देना है कि हमारा भारत पूरी तरह से सशक्त है. साथ ही, हमारे देश की नारियां भी आज हर क्षेत्र में आगे हैं.”
पिछले वर्ष चंद्रयान-3 का रूप ताजिया को दिया था : शाहिद हुसैन ने यह भी बताया कि पिछले वर्ष भी बिकुआ कलां के लोगों ने ताजिया को चंद्रयान-3 के रूप में सजाया था, जो काफी चर्चा में रहा था. इस बार ऑपरेशन सिंदूर के फाइटर जेट की तर्ज पर ताजिया बनाकर लोगों ने यह साबित किया है कि भारत वैश्विक मंच पर सशक्त और आत्मनिर्भर है. साथ ही, यह भी कि भारत की महिलाएं भी हर मोर्चे पर देश का गौरव बढ़ा रही हैं.