Delhi: आम आदमी पार्टी (AAP) के दो बड़े चेहरे सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना आज अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) मंत्रिमंडल में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की उपस्थिति में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सौरभ भारद्वाज को स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ शहरी विकास, जल विभाग सहित कई अहम विभागों की जिम्मेदारी मिल सकती है। आतिशी मार्लेना को शिक्षा मंत्रालय के साथ ऊर्जा और पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी मिल सकती है। मनीष सिसोदिया के पास रहे वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी कैलाश गहलोत को सौंपी जा सकती है। वहीं, भाजपा ने यह कहते हुए हमला किया है कि दिल्ली सरकार में हर निर्णय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इशारे पर लिए जाते हैं, इसलिए चेहरे बदलने से दिल्ली सरकार में होने वाले भ्रष्टाचार पर कोई अंकुश नहीं लगेगा।
AAP MLA @Saurabh_MLAgk जी ने दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। pic.twitter.com/PADuKsBVVJ
— AAP (@AamAadmiParty) March 9, 2023
सौरभ भारद्वाज कैसे बने अरविन्द केजरीवाल के खास
अरविंद केजरीवाल के भरोसेमंद साथी के रूप में देखे जाने वाले सौरभ भारद्वाज पेशे से वकील हैं। मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में वे अरविंद केजरीवाल सरकार और आम आदमी पार्टी पर होने वाले हर हमले का जवाब देते हैं। 2013 में अरविंद केजरीवाल की पहली बार सरकार बनने पर वे मंत्री बने थे। लेकिन उसके नौ साल बाद एक बार फिर उन्हें मंत्रालय संभालने की जिम्मेदारी मिली है।
दिल्ली सरकार का हेल्थ मॉडल अरविंद केजरीवाल की राजनीति का प्रमुख स्तंभ साबित हुआ है। अपने राजनीतिक अभियान के प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल इसे बड़ा मुद्दा बनाने का प्रयास करते थे। सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद इस प्रयास को बड़ा झटका लगा है। सौरभ भारद्वाज के सामने स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर काम करके अरविंद केजरीवाल सरकार की साख को मजबूत करने की चुनौती होगी।
आतिशी ही थीं दिल्ली मॉडल की असली सूत्रधार
राखी बिड़लान के बाद अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) सरकार में नौ साल बाद कोई महिला मंत्री मिली है। ऑक्सफोर्ड से उच्च शिक्षित आतिशी मार्लेना को दिल्ली के शिक्षा मॉडल का असली सूत्रधार बताया जाता है। मनीष सिसोदिया की सहयोगी रहते हुए उ्न्होंने कई देशों की शिक्षा व्यवस्था का अध्ययन कर दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायापलट किया था। चूंकि, अरविंद केजरीवाल की राजनीति में उनके शिक्षा मॉडल का प्रमुख स्थान रहा है, वे इस मंत्रालय की जिम्मेदारी उसी व्यक्ति को देना चाहते थे, जो इस मॉडल को न केवल बरकरार रख सके, बल्कि उसे और ज्यादा मजबूती के साथ आगे बढ़ा सके। केजरीवाल की इस जरूरत को आतिशी मार्लेना से ज्यादा बेहतर कोई दूसरा पूरा नहीं कर सकता था। यही कारण है कि शिक्षा मंत्री के रूप में आतिशी मार्लेना अरविंद केजरीवाल की पहली पसंद बनीं।
चेहरे बदलने से नहीं पड़ेगा फर्क- भाजपा
दिल्ली प्रदेश भाजपा की प्रवक्ता सारिका जैन ने अमर उजाला से कहा कि आम आदमी पार्टी के हर निर्णय अरविंद केजरीवाल लेते हैं, इसलिए चेहरे बदलने से दिल्ली सरकार के कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया जिस शराब घोटाले में गिरफ्तार हुए हैं, उसके असली सूत्रधार भी अरविंद केजरीवाल ही हैं। अब तक जो काम मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन उनके लिए कर रहे थे, अब वही काम सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना करेंगे, इसलिए इस बात की उम्मीद कम है कि चेहरे बदलने से दिल्ली की जनता को कोई राहत मिलने वाली है।
भाजपा नेता सारिका जैन ने कहा कि दिल्ली की जनता को आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार से मुक्ति तभी मिल सकती है, जब अरविंद केजरीवाल स्वयं सामने आकर अपने पद से इस्तीफा दें और जांच एजेंसियों के सामने जाकर अपने अपराध स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि देर-सबेर इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी और राजधानी को भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलेगी।
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