
लखनऊ : पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों और पुलिस की सक्रियता से पीडब्ल्यूडी के पूर्व अफसर की पत्नी डिजिटल अरेस्ट ठगी गिरोह का शिकार होने से बाल-बाल बच गईं. महिला डिजिटल अरेस्ट ठगी गिरोह के झांसे में आ गईं.
ठगों ने मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे केस में फंसाए जाने की धमकी दी. डरकर वह पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में डेढ़ करोड़ रुपये फिक्स्ड डिपॉजिट तुड़वाने पहुंच गईं. बैंक के अफसरों और पुलिस कार्रवाई के चलते समय रहते महिला को ठगी का शिकार होने से बचा लिया गया.
एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह ने बताया, विकासनगर इलाके में रहने वाली एक महिला मंगलवार को पंजाब नेशनल बैंक पहुंची और डेढ़ करोड़ रुपये निकालने की बात कही. इतनी बड़ी राशि निकाले जाने पर डिप्टी मैनेजर इंद्राणी ने महिला से सवाल-जवाब किए. महिला ने कुछ नहीं बताया, तो डिप्टी मैनेजर ने उच्चाधिकारियों और पुलिस को सूचना दी.
सूचना मिलते ही विकासनगर थाना प्रभारी आलोक कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की. बैंक मैनेजर स्वर्ण राठौर के केबिन में महिला से पूछताछ की गई. पुलिस और बैंक अफसरों ने महिला की काउंसिलिंग की. इसके बाद महिला ने बताया कि उन्हें मनी लांड्रिंग के केस में फंसाकर डिजिटल अरेस्ट किया गया है.
एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह ने बताया, महिला के पति पीडब्ल्यूडी में अफसर थे, जिनकी मृत्यु हो चुकी है. उनका बेटा शहर के बाहर नौकरी करता है. पुलिस मोबाइल नंबर के आधार पर डिजिटल अरेस्ट गिरोह की तफ्तीश कर रही है.


