
नैनीताल उत्तराखंड के एलटी शिक्षकों और प्रवक्ताओं की पदोन्नति के मामले पर दायर कई याचिकाओं पर नैनीताल हाईकोर्ट में एक साथ सुनवाई हुई. मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट की खंडपीठ ने राज्य सरकार से कहा है कि वरिष्ठता के आधार पर उनकी पदोन्नति करें. साथ ही पदोन्नति के सभी लाभ दिया जाए. वहीं, अपने पक्ष में फैसला आने के बाद शिक्षकों में खुशी की लहर है.
अधर में लटका था एलटी शिक्षकों और प्रवक्ताओं की पदोन्नति का मामला: बता दें कि प्रदेश में एलटी शिक्षकों और प्रवक्ताओं की पदोन्नति के मामले पिछले कई सालों से अटके पड़े हैं. इसको लेकर शिक्षक लंबे समय से सरकार से मांग करते आ रहे हैं. याचिकाकर्ता का कहना है कि प्रधानाचार्य पद की सीधी भर्ती को निरस्त किया जाए.
इस पद को पदोन्नति से भरा जाए, न कि सीधी भर्ती से. क्योंकि वे सालों से कार्य करते आ रहे है. सरकार ने उनको इसका लाभ नहीं दिया, जिस पर अभी तक कोई विचार नहीं किया गया. जबकि, कई शिक्षक सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं. उनको ग्रेच्युटी व पेंशन का लाभ मिल चुका है.
उनकी भी पदोन्नति सुप्रीम कोर्ट की ओर से पारित आदेश भुवन चंद्र कांडपाल के केस के आधार पर की जाए. क्योंकि, सरकार ने उन्हें पदोन्नति दी है. इस मामले में त्रिविक्रम सिंह, लक्ष्मण सिंह खाती समेत अन्य ने याचिकाएं दायर की है.
वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति करने के आदेश: वहीं, गुरुवार यानी 31 नवंबर को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. जिसमें फैसला शिक्षकों के हक में आया है. हाईकोर्ट ने सरकार को वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति करने के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही पदोन्नति के सभी लाभ भी देने को कहा है. ऐसे में लंबे समय से पदोन्नति का इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी है.
महाविद्यालयों में प्राचार्यों की हुई स्थाई तैनाती: बता दें कि हाल में ही उत्तराखंड उच्च शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों में कार्यरत प्रोफेसर्स को प्राचार्य पद पर पदोन्नति दी चुकी है. जिन अधिकारियों को स्थायी प्राचार्य पद पर पदोन्नति दी गई है, उनमें ये नाम शामिल हैं.
इनमें प्रीति त्रिवेदी राजकीय महाविद्यालय पतलोट (नैनीताल), सुरेश चंद्र ममगाईं पौखाल (टिहरी), शैराज अहमद तलवाड़ी (चमोली), डीएन तिवारी गरुड़ (बागेश्वर), बचीराम पंत मंगलौर (हरिद्वार), मृत्युंजय कुमार शर्मा त्यूणी (देहरादून) और हरीश चंद्र कण्वघाटी कोटद्वार (पौड़ी) शामिल हैं.
उत्तराखंड में प्राथमिक शिक्षकों के 1649 पदों पर जल्द होगी भर्ती: वहीं, उत्तराखंड में प्राथमिक शिक्षा विभाग के तहत सहायक अध्यापकों (गेस्ट टीचर) के खाली पड़े 2,100 पदों के सापेक्ष भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है.
वर्तमान में प्राथमिक शिक्षकों के करीब 2,100 पद खाली हैं, जिनमें से करीब 451 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पहले से ही नैनीताल हाईकोर्ट में लंबित है. इन पदों को छोड़कर बाकी 1,649 खाली पदों के सापेक्ष भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा रही है.




