देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शुक्रवार को छुटमलपुर में कांग्रेस ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय महासचिव मुजतबा मलिक घर पहुंचे। यहां मीडिया से बात करते हुए रावत ने कहा कि बिहार में बीजेपी ने मुख्यमंत्रियों की फौज लगा रखी है, लेकिन सरकार का जाना तय है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य हरीश रावत ने कहा कि बिहार में निष्पक्ष चुनाव और निर्भीकता से मतदान सुनिश्चित कराना लोकतंत्र के लिए आवश्यक है। हरीश रावत छुटमलपुर में कांग्रेस ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय महासचिव मुजतबा मलिक के निवास पर बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मीडिया सत्तारूढ़ गठबंधन की दरारों को नहीं देख रहा है। वहां जेडीयू और भाजपा के एक दर्जन के करीब लोग बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं, उसकी चर्चा नहीं हो रही है। मगर कांग्रेसनीत गठबंधन में कहीं जरा सी खामी भी दिखाई दे रही है तो उसको बहुत प्रचारित किया जा रहा है।
रावत ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट की सजगता, चुनाव आयोग की निष्पक्षता के साथ-साथ समाचार तंत्र की निष्पक्षता भी आवश्यक है। कहा कि बिहार में मुख्यमंत्रियों की फौज लगा रखी है, लेकिन जनता ने मन बना लिया है कि दल बदलुओं और पलटूराम अब मंजूर नहीं हैं। सरकार का जाना तय है।
गठबंधन की सरकार बनना पक्का हो गया है। भाजपा झूठ और झूठी घोषणाओं को आधार बनाकर आम जनमानस को बेवकूफ बनाकर सत्ता में आई थी, लेकिन देश की जनता धीरे-धीरे सब समझ गई है।
इससे पहले यहां पहुंचने पर अब्दुल हसीब मलिक, मनोज चौधरी, प्रधान फ़रमान मलिक, प्रधान नासिर अली, राव यूसुफ, रामबीर सिंह, महबूब मलिक, पदम सिंह आदि ने माल्यार्पण कर पूर्व मुख्यमंत्री का स्वागत किया।




