उत्तरकाशी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीदी भुली महोत्सव में शिरकत कर डुंडा और बगोरी क्षेत्र के पारंपरिक ऊन की कताई करने वाले चरखा को चलाया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऊन की कताई कर पारंपरिक ऊनी वस्त्रों को बढ़ावा देने का संदेश दिया। साथ ही डुंडा और बगोरी से पहुंची महिलाओं से चरखा चलाने और ऊन कताई की जानकारी ली!
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीदी भुली महोत्सव में वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट में हाल ही में देश में दूसरे स्थान का सम्मान पाने वाले लाल धान की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री को लाल धान का उत्पादन करने वाली महिलाओं ने लाल धान की बाली भेंट की। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के साथ लाल धान की कुटाई पारंपरिक ओखली यानी उलख्यारे में गिंज्याली (मूसल) थामकर की । साथ ही लाल धान के चूड़ा बनाने की जानकारी ली।
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